विजयदशमी।

लंका के दशानन को हरा जब आए तीनों इस पार,
रामचन्द्र, सीता तथा लक्ष्मण जी की होने लगी जयकार,
भारतवर्ष ने विश्व को फिर से एक नया पाठ पढ़ाया,
कितनी भी बुराई क्यों न हो जग में अच्छाई के आगे जाती है हार।